Getting My hanuman chalisa To Work
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व्याख्या – ‘राम लखन सीता मन बसिया’– इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि भगवान् श्री राम, श्री लक्ष्मण जी एवं भगवती सीता जी के हृदय में आप बसते हैं।
चिन्टू सेवक द्वारा गाया हनुमान चालीसा
Strength: Hanuman is extraordinarily potent, one capable of lifting and carrying any burden for any lead to. He is termed Vira, Mahavira, Mahabala and also other names signifying this attribute of his. In the course of the epic war among Rama and Ravana, Rama's brother Lakshmana is wounded. He can only be healed and his Loss of life prevented by a herb found in a particular Himalayan mountain.
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥३७॥ जो सत बार पाठ कर कोई ।
भावार्थ – श्री सनक, सनातन, सनन्दन, सनत्कुमार आदि मुनिगण, ब्रह्मा आदि देवगण, नारद, सरस्वती, शेषनाग, यमराज, कुबेर तथा समस्त दिक्पाल भी जब आपका यश कहने में असमर्थ हैं तो फिर (सांसारिक) विद्वान् तथा कवि उसे कैसे कह सकते हैं? अर्थात् आपका यश अवर्णनीय है।
व्याख्या – प्राणिमात्र के लिये तेज की उपासना सर्वोत्कृष्ट है। तेज से ही जीवन है। अन्तकाल में देहाकाश से तेज ही निकलकर महाकाश में विलीन हो जाता है।
Victory to Lord Hanuman, the ocean of knowledge and advantage. Victory into the Lord that's supreme among the monkeys, illuminator from the 3 worlds.
जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जितः॥
kānanaKānanaEars KundalaKundalaEar kunchitaKunchitaCurly / extended KeshaKeshaHair Indicating: You've golden colored overall body shining with superior-searching attire. You may have beautiful ear-rings with very long curly hair.
व्याख्या— रुद्रावतार होने के कारण समस्त प्रकार की सिद्धियाँ एवं निधियाँ श्री हनुमान जी को जन्म से ही प्राप्त थीं। उन सिद्धियों एवं निधियों को दूसरों को प्रदान करने की शक्ति माँ जानकी के आशीर्वाद से प्राप्त हुई।
व्याख्या– राजपद पर सुकण्ठ की ही स्थिति है और उसका ही कण्ठ सुकण्ठ है जिसके कण्ठपर सदैव श्री राम–नाम का वास हो। यह कार्य श्री हनुमान जी की कृपा से ही सम्भव है।
सियराम–सरूपु अगाध अनूप बिलोचन–मीननको जलु है।
श्री राम स्तुति
व्याख्या – श्री हनुमान चालीसा में श्री हनुमान जी की स्तुति करने के बाद इस चौपाई में श्री तुलसीदास जी ने उनसे अन्तिम वरदान माँग लिया click here है कि हे हनुमान जी! आप मेरे हृदय में सदैव निवास करें।